बीमारियों को बढ़ाता हैमोबाइल
पहले-पहल फोन को अमीरी समझा जाता था, फिर यह
जरूरी बना और अब यह मजबूरी बन गया है। लेकिन
मजबूरी बन चुका यही फोन अब बीमारियों की जड़
भी बनता जा रहा है। आजकल मोबाइल का प्रयोग
इतना बढ़ गया है कि बिना उसके एक पल भी रह
पाना लोगों के लिए मुश्किल है। शायद ही कोई
ऐसा होगा जो मोबाइल के प्रयोग से अनजान होगा।
भारत के सरकारी आंकड़ें भी इस बात की तस्दीक
करते हैं कि यहां शौचालय से ज्यादा मोबाइल मौजूद है।
आकर्षक और महंगे मोबाइल हैंडसेट लेने
की सबकी इच्छा होती है। लेकिन खूबसूरत दिखने
वाला यह फोन न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि हमारे
स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। इन हैंडसेटों में
जहरीले रसायनों और धातुओं का प्रयोग
किया जाता है। इन रसायनों और धातुओं के कारण
मिट्टी, पानी और हवा में जहर घुलता रहता है। इनके
प्रयोग से कई खतरनाक बीमारियां जन्मे ले रही हैं।
क्या कहते हैं शोध –
हाल ही में ‘हेल्दीस्टफ’ और ‘आई-फिक्सइट’ ने एक
रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के अनुसार सुंदर और
आकर्षक दिखने वाले मोबाइल हैंडसेट पर्यावरण और
हमारी सेहत के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल हैंडसेट तैयार करने के लिए
इस्तेमाल होने वाले रसायनों और धातुओं की वजह से
मिट्टी, पानी और हवा में जहर घुल रहा है। ये रसायन
और धातु घातक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
मोबाइल के प्रयोग से नुकसान –
* कई मुल्कों में मोबाइल सेटों का प्रयोग करने के बाद
मोबाइल को फेंक दिया जाता है। लेकिन इससे उनमें
मौजूद जहरीले रसायनों का खात्मा नहीं होता।
* हर साल पूरी दुनिया में करोड़ों सेलफोन प्रयोग
करने के बाद फेंक दिये जाते हैं। जिसके कारण ये
खतरनाक रसायन और धातु मिट्टी और पानी में
मिलते हैं और इससे पानी और मिट्टी में जहर
फैलता है और कई खतराक बीमारियों को बढ़ा सकता है।
* इन मोबाइलों में लीड, ब्रोमीन, क्लोरीन,
मर्करी और कैडमियम पाया जाता है,
जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
* मोबाइल में मोबाइल में पॉलीक्लोरीनेटेड
बाईफिनायल्स रसायन निकलता है, जिसके कारण
शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता घटती है।
* मोबाइल का प्रयोग करने से लीवर व थाइराइड से
संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
महंगा और अच्छा दिखने वाला फोन भी आपके
स्वास्थ्य को खराब कर सकता है, इसलिए मोबाइल
का जरूरत से ज्यादा प्रयोग करने से बचें। मोबाइल से
होने वाला रेडिएशन आपके कानों को भी खराब कर
सकता है।
बिनोद ठाकुर
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