स्वास्थ्य सुरक्षा के सूत्र
'पहला सुख निरोगी काया' की उक्ति को चरितार्थ करते हुए हम निम्नांकित नियमों का जहां तक हो सके ठीक से पालन करें| जीवन को इनके अनुरूप चलाने का प्रयास करें| इन सूत्रों के मुताबिक़ आचरण करने से स्वास्थय की सुरक्षा होगी औए तन- मन स्वस्थ रहेंगे|
१) सुबह सूर्योदय से पहिले उठें| पूरे शरीर से अंगडाई लें|
२) ईश वंदन के बाद तांबे के पात्र में रखा पानी पीएं | पानी की मात्रा कम से कम आधा लीटर |
३) नीम की दंतून से या सरसों के तेल में नमक मिलाकर दन्त मंजन करें| मैं पतंजलि के दन्त कांति टूथ पेस्ट का उपयोग करता हूँ|
४) हर बार खाने के बाद मुख प्रक्षालन अवश्य करें|
५) अब ताजी हवा में
प्रात; कालीन भ्रमण पर निकल जाएँ| ३० से ४५ मिनिट का घूमना ठीक है|
६) आधा घंटा आसान और प्राणायाम करें|
७) स्नान करते समय शरीर की सूखी मालिश करें और पैरों के तलवे रगडें|
८) शेम्पू,साबुन के बजाय केशों को मुल्तानी या काली मिट्टी लगाकर धोएं|
९) सौंदर्य प्रसाधनों में हल्दी,नींबू,बेसन,दूध,दही का इस्तेमाल करें|
१०) नाश्ते में फल,जूस,
अंकुरित अनाज,एवं सलाद का ही सेवन करें|
११) भोजन करते वक्त टी वी न देखें| मौन रहकर भोजन करना उचित है|
१२) भोजन में सूप और
सलाद का भरपूर उपयोग करें|
१३) भोजन भर पेट नहीं करें पेट कुछ खाली रखना चाहिए|
१४) भोजन धीरे-धीरे,खूब चबाकर शान्ति और प्रसन्नता से करें|
१५) भोजन करने के बाद थौड़ा गरम पानी पीएं|
१६) रात को हल्का खाना लें| सोने से ३ घंटे पहिले रात का खाना लें\
१७ ) अंग्रेजी दवाईया जहां तक हो सके प्रयोग करने से बचें|
१८) सप्ताह में एक दिन सिर्फ
फलाहार करें|
१९) गुटखा ड्रग्स,बीडी,सिगरेट ,तम्बाखू और मांसाहार से परहेज करें|
२०) जुकाम,सर्दी,खांसी ,बुखार में गर्म पानी पीएं|
२१) २४ घंटे में कम से कम १० गिलास पानी पीएं\
२२) पीने के लिए फ्रीज के पानी का सीधे उपयोग न करें\
२३) भोजन आधा पेट करें,पानी चौथाई पेट पीएं बाकी हिस्सा पेट खाली रखें|
२४) रात को दस बजे तक सो जाना चाहिए| ज्यादा रात जागना हानि कारक है|
२५) चोकर युक्त आटे का प्रयोग करें\
२६) फास्ट फ़ूड,शकर,मैदा,चाय,काफी ,कोल्ड ड्रिक्स का उपयोग कम से कम करें|
Dr.Dayaram Aalok ,Mob - 09926524852
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें